Sri Ramachandra Kripalu – श्री रामचन्द्र कृपालु
(श्री तुलसीदासु) श्री रामचन्द्र कृपालु भजु मन हरण भव भय दारुणं । नवकञ्ज लोचन कञ्ज मुख कर कञ्ज पद कञ्जारुणम् ॥ १ कन्दर्प अगणित...
(श्री तुलसीदासु) श्री रामचन्द्र कृपालु भजु मन हरण भव भय दारुणं । नवकञ्ज लोचन कञ्ज मुख कर कञ्ज पद कञ्जारुणम् ॥ १ कन्दर्प अगणित...
(श्री मुत्तुस्वामि दीक्षितर्) वातापि गणपतिं भजेऽहं वारणाश्यं वरप्रदं श्री । भूतादि संसेवित चरणं भूत भौतिक प्रपञ्च भरणं । वीतरागिणं विनुत योगिनं विश्वकारणं विघ्नवारणं ।...
श्रीमन्नारायण श्रीमन्नारायण । श्रीमन्नारायण नी श्रीपादमे शरणु ॥ कमलासती मुखकमल कमलहित कमलप्रिय कमलेक्षण । कमलासनहित गरुडगमन श्री कमलनाभ नीपदकमलमे शरणु ॥ परमयोगिजन भागधेय श्री...
ओं जय जगदीश हरे स्वामि जय जगदीश हरे भक्त जनोँ के सङ्कट दास जनोँ के सङ्कट क्षण मे दूर् करे ओं जय जगदीश हरे...
अदिवो अल्लदिवो श्री हरिवासमु पदिवेल शेषुल पडगलमयमु ॥ अदिवो ॥ अदे वेङ्कटाचल मखिलोन्नतमु अदिवो ब्रह्मादुल कपुरूपमु अदिवो नित्य निवास मखिल मुनुलकु अदे चूडुडु अदे...
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